जो पवित्र है वो तो नहीं छुपाया जा सकेगा।
अब परिस्थिति तुम्हारे नियंत्रण से बहार है पर इसका मतलब यह नहीं है कि कोई तूफ़ान आने वाला है। इसका मतलब है मन को संतुष्टि मिली है, उसे खुश रहने के लिए जो भी चाहिए वो तुम्हारे अंदर से ही जुटा रहा है। अब जा कर इतने जन्मो बाद उसे दिल से लेने देने करने का अवसर मिल गया है और अब वो दिल की असीम गहराईयों मैं जा कर बार बार आनंदित हो रहा है।
यह असर है प्यार का, मुझे शायद लगता है कि दिल मैं सिर्फ और सिर्फ प्यार ही होता है क्योंकि यही वो जगह है तुम्हारे इस शरीर मैं जहाँ आत्मा और परमात्मा का निवास है। लेकिन कोई एक और भी है और सिर्फ उसको ही तुम्हारे दिल तक पहुँचने के लिए बनाया गया है इस दुनिया मैं। हर एक कोई तुम्हारे दिल तक नहीं पहुँच पायेगा क्योंकि मन बहुत उत्कृष्ट है और वो सिर्फ एक उसको ही खोज निकलेगा जो इस दिल के काबिल होगा।
यह असर है प्यार का, मुझे शायद लगता है कि दिल मैं सिर्फ और सिर्फ प्यार ही होता है क्योंकि यही वो जगह है तुम्हारे इस शरीर मैं जहाँ आत्मा और परमात्मा का निवास है। लेकिन कोई एक और भी है और सिर्फ उसको ही तुम्हारे दिल तक पहुँचने के लिए बनाया गया है इस दुनिया मैं। हर एक कोई तुम्हारे दिल तक नहीं पहुँच पायेगा क्योंकि मन बहुत उत्कृष्ट है और वो सिर्फ एक उसको ही खोज निकलेगा जो इस दिल के काबिल होगा।
संपूर्णता चाहिए
अब यह जो एक इंसान बनाया गया है तुम्हारे लिए वो तुम्हे सम्पूर्ण करने के लिए बनाया गया है प्रकर्ति द्वारा। सम्पूर्णता का मतलब है ज्ञान और अनुभव का साथ मैं आ जाना। यहाँ ज्ञान से मतलब है लड़के से और अनुभव से मतलब है लड़की से तथा भावार्थ यह हुआ कि एक लड़की का जीवन तब पूरा होता है जब कोई लड़का उसकी लाइफ मैं आता है और एक लड़के का जीवन तब पूरा होता है जब एक लड़की उसकी लाइफ मैं आती है।
जब तक यह वाला साथ नहीं हो जाता तुम अधूरे रहते हो पर जैसे ही तुम्हे अपना साथी मिल जाता है तुम सम्पूर्ण हो जाते हो और बहार की दुनिया मैं कुछ ज्यादा नहीं रह जाता तुम्हे खुश करने के लिए और यही सूचक है सम्पूर्णता का कि तुम अपनी ख़ुशी के लिए किसी पर भी निर्भर नहीं हो। मन को जो भी संसाधन चाहिए अब वो सारे तुम्हारे ही अंदर उसे मिल गए है और वो इतने अथाह है की इस एक जन्म मैं भी बहुत मुश्किल है सब संसाधनों का उपयोग करना और यही कारण है की जब प्यार होता है तो यह एक जीवन भी कम सा पड़ने लग जाता है प्यार करने के लिए।
जब तक यह वाला साथ नहीं हो जाता तुम अधूरे रहते हो पर जैसे ही तुम्हे अपना साथी मिल जाता है तुम सम्पूर्ण हो जाते हो और बहार की दुनिया मैं कुछ ज्यादा नहीं रह जाता तुम्हे खुश करने के लिए और यही सूचक है सम्पूर्णता का कि तुम अपनी ख़ुशी के लिए किसी पर भी निर्भर नहीं हो। मन को जो भी संसाधन चाहिए अब वो सारे तुम्हारे ही अंदर उसे मिल गए है और वो इतने अथाह है की इस एक जन्म मैं भी बहुत मुश्किल है सब संसाधनों का उपयोग करना और यही कारण है की जब प्यार होता है तो यह एक जीवन भी कम सा पड़ने लग जाता है प्यार करने के लिए।
यह भाव है
तुमने भी कभी तो देखा ही होगा की जब भी कोई प्यार मैं होता है तो अपने से ही बातें करता है, हँसता है, मुस्कुराता है और यहाँ तक की बिना कुछ खाये पिए भी बहुत खुश सा रहता है और यही तो सुंदरता है प्यार की, ये सम्पूर्ण कर देता है, समृद्ध कर देता है, खुशहाल कर देता है और सबसे बड़ा आशीर्वाद की यह तुम्हे बिलकुल पवित्र कर देता है और जो पवित्र है उसका तो विस्तार होगा, ना ही उसे कोई रोक पायेगा और नहीं ही कोई छुपा पायेगा क्योंकि जब मन इस भर की दुनिया मैं इतना गति मान है तो तुम्हारे अंदर की दुनिया तो बहुत ही आलिशान, बहुत ही धनधान्य और सबसे बड़ी बात अथाह है तो कैसे मन रुक पायेगा और कैसे दिल की गहराईयों मैं आने जाने और अपने साथी से मिलने की कहानियों को छुपा पायेगा। तुम देख लेना जब तुम्हे प्यार का एहसास होने लग जायेगा तो तुम्हारी आखों से, चेहरे से बातों से वो साफ़ छलकेगा और तुम नियंतण नहीं कर पा रहे होंगे।
यह ऊर्जा है
और पता है जब तुम प्यार में होते हो तो भूख प्यास सब कम हो जाती है और मुझे लगता है की यही प्रभाव है प्यार का कि वो तुम्हारी शारीरिक आवश्यकताओं को भी कम कर देता है और जब इस शरीर की सबसे बड़ी जरूरत मेरा मतलब खाने को ही सिमित कर देता है तो और सारी जरूरतों को भी धीरे धीरे कम करने लग जाता है और जब हमारी जरूरतें ही नहीं रहेंगी तो क्यों हम बाहर की दुनिया पर निर्भर रहेंगे।
ऐसे ही खुश से रहोगे
जब प्यार की शुरुवात होगी तो तुम्हे बहुत सुहावने एहसास होने लगेंगे, पता है मन के दिल के अंदर आने जाने की यात्रा का एहसास होगा, इस शरीर के अंदर कुछ घूम सा रहा है ऐसा लगेगा और पता है जो मन बहार के सपनों मैं रहता था वो अधिकतर समय तुम्हारे शरीर के ही साथ रहने लग जायेगा, अपने साथी के लिए कल्पना करना शुरू कर देगा और बार बार दिल के अंदर जा कर उसे देख कर आ रहा होगा।
जब लड़का और लड़की मिल जाते हैं तो नए नए क्रिएशन होते है क्योंकि नॉलेज और एक्सपीरियंस अब एक साथ आ चुके होते हैं और जो लड़का एक शब्द भी किसी की तारीफ मैं नहीं बोल पा रहा था वो अपने प्रिय के लिए २-३ पेज का लेटर लिख देता है, कविताएँ लिखना शुरू कर देता है और इन सब के पीछे हैं वो लड़की जो नेचर ने सिर्फ उस लड़के लिए बनाई थी और इस लड़की को बनाने का उद्देश्य था दुनिया मैं प्यार को लाना।
जब लड़का और लड़की मिल जाते हैं तो नए नए क्रिएशन होते है क्योंकि नॉलेज और एक्सपीरियंस अब एक साथ आ चुके होते हैं और जो लड़का एक शब्द भी किसी की तारीफ मैं नहीं बोल पा रहा था वो अपने प्रिय के लिए २-३ पेज का लेटर लिख देता है, कविताएँ लिखना शुरू कर देता है और इन सब के पीछे हैं वो लड़की जो नेचर ने सिर्फ उस लड़के लिए बनाई थी और इस लड़की को बनाने का उद्देश्य था दुनिया मैं प्यार को लाना।
Impact of love
अदृश्यता की शक्ति
प्यार में बहुत ताकत होती है और यह सारे समीकरण बदल सकता है मुझे लगता है कि शायद जिन लोगों ने यह कहा है की प्यार कायनात को भी उथल पुथल कर देता है थोड़ा सही नहीं कहा है क्योंकि कायनात ने ही तो किसी लड़के के लिए लड़की तो तथा लड़की के लिए लड़के को बनाया है और अपने यहाँ कहते भी तो हैं की जोड़ियां तो स्वर्ग (कायनात) से बन कर आती हैं। तो होता यह है की प्यार की ताकत उस समाज को उथल पुथल कर देती है जिसने अधिकतर लोग सोये हुए है, सोये हुए से मतलब
चौधरी जी:लल्लू एक बात बता तू तो पहुँच गौ मा थियाँ विदेश मैं अब तू अगर जिन बालकन नै ऐसी शिक्षा देगों तो का पढ़ेंगे ये यहाँ थियाँ।
चौधरी अंकल जी एक बात बताओ अपने पईसा लग्गे लाख और इ पांचवी साल यह कलुआ की 10 वी मैं और यऊ साल भी याके लक्छण ना दिखरे की इ पास हे जाएगो, आखिर बात का है। का अपनों कलुआ एक्टिव नाए, कबऊ देखो है तुमन्ने कैसे फुर्ती ते तास पीसे, कैसी चतुराई से पत्ता बांटते-बांटते एक्का गायब कर लेबे। बुद्धि देखि है अपने कलुआ की कैसे दूध मैं बिलकुल फिक्स पानी मिलाबे और 5 किलो दूध ए 7 किलो करके सूबेदार अंकल जी के घर मैं दे आबे और तुमन्ने पतों है बिनकी छोरी को 6 साल पुरानों लव लेटर है अपने कलुआ के पास बा लव लेटर ए बा छोरी ए दिखा के हर महीना 3 किलो देसी घी की बन्नी ले आबे और अपने बीड़ी सिगेरट को जुगाड़ बई देसी घी ए सूबेदार अंकल की तीसरे नंबर की बहु ए बेच के कर लेबे।
ऐसे होनहार, बिज़नेस माइंडेड और काबिल कलुआ से 10 वी पास ना हे रही, का कारण है याको कबु सोचो है। तिहारि मर्जी है कलुआ की दसवीं पास करानी है या नाए या बार आउन्गों इंडिया जब फ़ोन करुँगो आ जाइयों काली वाले मंदिर पे।
चौधरी अंकल जी एक बात बताओ अपने पईसा लग्गे लाख और इ पांचवी साल यह कलुआ की 10 वी मैं और यऊ साल भी याके लक्छण ना दिखरे की इ पास हे जाएगो, आखिर बात का है। का अपनों कलुआ एक्टिव नाए, कबऊ देखो है तुमन्ने कैसे फुर्ती ते तास पीसे, कैसी चतुराई से पत्ता बांटते-बांटते एक्का गायब कर लेबे। बुद्धि देखि है अपने कलुआ की कैसे दूध मैं बिलकुल फिक्स पानी मिलाबे और 5 किलो दूध ए 7 किलो करके सूबेदार अंकल जी के घर मैं दे आबे और तुमन्ने पतों है बिनकी छोरी को 6 साल पुरानों लव लेटर है अपने कलुआ के पास बा लव लेटर ए बा छोरी ए दिखा के हर महीना 3 किलो देसी घी की बन्नी ले आबे और अपने बीड़ी सिगेरट को जुगाड़ बई देसी घी ए सूबेदार अंकल की तीसरे नंबर की बहु ए बेच के कर लेबे।
ऐसे होनहार, बिज़नेस माइंडेड और काबिल कलुआ से 10 वी पास ना हे रही, का कारण है याको कबु सोचो है। तिहारि मर्जी है कलुआ की दसवीं पास करानी है या नाए या बार आउन्गों इंडिया जब फ़ोन करुँगो आ जाइयों काली वाले मंदिर पे।
अपने दिल में किसी के साथ एन्जॉय करो
आज सुबह की ही बात है ऑफिस के लिए तैयार होते समय कुछ फ्रेश एयर को चेहरे पर एहसास करने के लिए मैं बालकनी मैं गया और सुबह शायद ओस वाली ठंडी हवा को अपने चेहरे पर महसूस कर ही रहा था की मेरा ध्यान कुछ छोटे और कुछ बड़े पेड़ों पर गया वो भी बहुत सूंदर लग रहे थे मैंने लगातार उन्हें देखा और पता है क्या हुआ वो शांत थे पर धीरे-धीरे हिलने लग गए जैसे मेरी राजी मैं वो भी राज़ी हो अब आज सुबह यह हुआ कैसे कह सकता हूँ की यह सिर्फ प्यार की ही ताकत हो सकती है।
प्यार के असर से और ज्यादा चेतना तुम्हारे अंदर पैदा होती है
प्यार हो जाने पर तुम और ज्यादा चेतन हो जाते हो और तुम्हारी चेतना का विस्तार होना प्रारम्भ होता है। अब यहाँ पर तुम्हे बहुत ज्यादा फोकस होने की जरुरत है क्योंकि तुम्हारे ही अंदर के घटको के बीच कम्पटीशन स्टार्ट हो जाता है। मन कोशिश करता है प्यार द्वारा पैदा हुई तुम्हारी चेतना का विस्तार उसके माध्यम से हो, शरीर और उसका सेंसरी एलिमेंट्स चाहते हैं की चेतना का विस्तार उनके माध्यम से हो, शरीर की चार आवशयक्ताओं में से एक आवश्यकता चाहती है चेतना का विस्तार उसके माध्यम से हो और इस तरह से निर्णय लेने की क्षमता प्रभावित हो जाती है और तुम्हारा हाल-चाल, बात-चीत और व्यवहार बदलने लगता है।
ऐसे समय में सिर्फ दोनों प्यार करने ही वाले एक दूसरे का ध्यान रख सकते है। पता है कैसे, वो ऐसे विचारों का आदान-प्रदान करें जो की एक दूसरे के विकाश मैं सहायक हो जैसे की लड़की, लड़के की जॉब, उसकी जिम्मेदारियों और उसके कर्तव्यों का एहसास कराये और लड़का, लड़की के सपने, कुछ अलग करने की उसकी क्षमताओं, जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए लड़की को उत्साहित करे।
तुम सोच कर देखो की प्यार की वजह से कैसा माहौल तैयार हो सकता है समाज मैं। हर एक लड़की एक लड़के को तथा हर एक लड़का एक लड़की को गाइड कर रहा है। अब बताओ ऐसे युवाओं का समाज विरोध कर पायेगा बल्कि यही समाज तुम्हे इतना करीब ले आएगा जितना तुम अपने साथी के पास आने की इच्छा रखते हो।
इसलिए अगर तुम प्यार मैं हो तो बहुत ध्यान रखना की एक दूसरे की चेतना का विस्तार सही माध्यम से तथा एक पवित्र उद्देश्य के लिए हो।
ऐसे समय में सिर्फ दोनों प्यार करने ही वाले एक दूसरे का ध्यान रख सकते है। पता है कैसे, वो ऐसे विचारों का आदान-प्रदान करें जो की एक दूसरे के विकाश मैं सहायक हो जैसे की लड़की, लड़के की जॉब, उसकी जिम्मेदारियों और उसके कर्तव्यों का एहसास कराये और लड़का, लड़की के सपने, कुछ अलग करने की उसकी क्षमताओं, जीवन के लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए लड़की को उत्साहित करे।
तुम सोच कर देखो की प्यार की वजह से कैसा माहौल तैयार हो सकता है समाज मैं। हर एक लड़की एक लड़के को तथा हर एक लड़का एक लड़की को गाइड कर रहा है। अब बताओ ऐसे युवाओं का समाज विरोध कर पायेगा बल्कि यही समाज तुम्हे इतना करीब ले आएगा जितना तुम अपने साथी के पास आने की इच्छा रखते हो।
इसलिए अगर तुम प्यार मैं हो तो बहुत ध्यान रखना की एक दूसरे की चेतना का विस्तार सही माध्यम से तथा एक पवित्र उद्देश्य के लिए हो।
मीना कुमारी: मेरा मन करता है कि मैं उसकी बातें सुनती रहूँ, उसके बारे मैं सपने सोचू, उसके अपने पास होने की कल्पना करूँ और बस उसके ही ख्यालों मैं रहु, ये मुझे क्या हो रहा है।
प्यार का ही असर है और मैं तो खूब खुश हूँ की तुम प्यार मैं हो और दुआ करता हूँ की जल्द ही तुम्हारा प्यार तुम्हारे पास हो चाहे फिर वो दुनिया के किसी भी कोने मैं हो। मुझे उतनी तो नॉलेज नहीं है पर मैं सोचता हूँ की उस लड़के की वजह से तुम पहले से ज्यादा चेतन हो रही हो और तुम्हारी चेतना विस्तार चाहती है, और इस चेतना को तुम तुम्हारे पास जो भी माध्यम है उससे विस्तारित कर सकती हो।तुम अपनी चेतना का विस्तार अपने मन, बुद्धि, शरीर या फिर अपने कोई सपने जैसे की उदाहरण के तौर पर अगर तुम RAS अफसर बनाना चाहती हो तो इस सपने के माध्यम से भी चेतना का विस्तार कर सकती हो। ऐसा क्यों नहीं करती कि इस पेज को अपने बॉयफ्रेंड को सेंड कर दो जिससे की उसे भी प्यार और चेतना का चक्कर समझ आ जाये और वो तुम्हारे अफसर बनने के सपने मैं मदद करना स्टार्ट करे, जैसे की वो सुबह तुम्हे ब्रह्म मुहूर्त मैं जगाये, नास्ता ले कर आये फिर कॉचिंग ड्राप करके आये उसके बाद तुम्हारे लिए खाना बना कर रखे और भी कई सारे काम जो तुम उसे करवा सको। Haha 😂 |
पट पायेगी
मेरे प्यारे दोस्तों प्यार की पीछे भागने की जरूरत नहीं हैं अगर जरुरत है तो वो है जाग्रत रहने की फिर देखना तुम्हारे रिश्तेदार, दोस्त शाद्दी.कॉम और फेसबुक नेचर सब से सेटिंग कर लेगी और किसी लड़की के लिए लड़का चाहे देश से बहार विदेश मैं ही क्यों ना हो और उसकी सेटिंग हो कर ही रहेगी और अगर सोइ अवस्था मैं प्यार जैसी अनंत खुशी के लिए प्रयाश करोगे तो पछताओगे की गली के लड़के को भी नहीं पटा पाइ। नेचर ने सब की व्यवस्था कर रखी है और अबकी बार नेचर को तुम्हारे लिए काम करने दो ! प्यार बहुत बड़ी सम्पति है इसको पाने के बाद किसी भी चीज की कमी महसूस नहीं होगी।
Roadside Romeo:गुरु एक बात बताओ बहुत दिन से लड़की की गली के चक्कर लगा रहा हूँ पर कोई रेस्पॉन्स सा नहीं मिल पा रहा है, कहाँ कमी रह रही है।
Haha 😂, तुम इंसान तो झुझारू लग रहे हो। मेरे दोस्त 100 में से 90 लड़कियां तो पहले से ही सेट है आज की डेट मैं दूसरी बात मुझे तुम्हारे चाल चलन के बारे में नहीं पता है ऐसा करो आओ कभी थड़ी पर फिर तुम्हारी सेटिंग की भी चर्चा करेंगे चाय पर। |
पहली बात, सिर्फ प्यार करना ही तुम्हारे बस मैं है और कुछ भी नहीं क्योंकि प्यार शास्वत है और जो चीज शास्वत होती है ना तो उसकी शुरुवात की जा सकती है और ना ही अंत।दूसरी बात, काम तो प्यार से ही बनेगा ज़ोर ज़बरदस्ती से तो मुस्किल है ।
अपने प्यार के साथ जियो !
Gaurav Sharma, Tokyo,Japan.
अपने प्यार के साथ जियो !
Gaurav Sharma, Tokyo,Japan.