चेतना और इंप्रेशन
हम अपने जीवन में कई बार और कई तरह से लोगों, जगहों और वस्तुओं के संपर्क में आते है जिससे की हमें कुछ एहसास होना शुरू होता है। प्रारंभिक तौर पर ये एहसास शारीरिक ज्ञान के आधार पर होता है तथा धीरे धीरे मानसिक स्तर और उसके बाद शास्वत लेवल के घ्यान के अनुसार इन एहसासों की अनुभूति बदलती जाती है। यह हमारे जीवन का सबसे सुखद विकशित होने का अनुभव है।